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Thursday, 22 March 2018

मेरे सपने


बादलों से आगे
आसमां के बीच बसते हैं मेरे सपने।                         
मेरी कल्पना से कहीं परे,
मेरे दिल में बसते हैं मेरे सपने                             
रात के घने अंधेरों में,  
मेरी आंखों पर छा जाते हैं मेरे सपने
रात के घने अंधेरों में,
मेरे कानों में मेरी मंजिले बता जाते हैं मेरे सपने
मेरी मंजिलों को साकार करने की
प्रेरणा दे जाते हैं मेरे सपने
घनी अंधेरी रात में,
मुझे गहरी नींद से जगा जाते हैं मेरे सपने
आखिर कुछ इस तरह मुझ पर राज  करते हैं मेरे सपने


~ विक्की कुमार गुप्ता

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